पुणे न्यूज डेस्क: पुणे के खराड़ी इलाके में पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। इस छापेमारी में करीब 150 से 200 पुलिस अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। बताया जा रहा है कि यह फर्जी कॉल सेंटर प्राईड आयकॉन नाम की एक इमारत से चलाया जा रहा था, जो खराड़ी-मुंढवा बायपास रोड पर स्थित है। पुलिस ने यहां से बड़ी संख्या में युवाओं—महिला और पुरुष—को हिरासत में लिया है, जो इस कॉल सेंटर में काम कर रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती जांच में पता चला है कि यह कॉल सेंटर काफी समय से अवैध रूप से ऑपरेट किया जा रहा था। जैसे ही पुलिस को इस गड़बड़ी की सूचना मिली, उन्होंने पूरी तैयारी के साथ छापा मारा। इमारत की कई मंजिलों पर फैले इस सेंटर में साइबर फ्रॉड से जुड़े काम हो रहे थे। फिलहाल, पुलिस सभी तकनीकी उपकरण जब्त कर जांच में जुट गई है।
पुलिस को शक है कि इस ऑपरेशन के पीछे एक बड़ा साइबर फ्रॉड रैकेट काम कर रहा है, जो देश और विदेश के नागरिकों को निशाना बना रहा था। पुलिस की जांच इस दिशा में भी जारी है कि क्या इस कॉल सेंटर का लिंक किसी अंतरराष्ट्रीय साइबर गिरोह से है। छापे के बाद पुलिस को कई अहम दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस मिले हैं, जिनकी गहन जांच की जा रही है।
इसके साथ ही एक और मामला सामने आया है जिसमें एक प्राइवेट कंपनी का डेटा हैक कर लिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, हैकर्स ने उस कंपनी से बिटकॉइन के रूप में फिरौती की मांग की है। करीब 4.25 लाख रुपये की बिटकॉइन की डिमांड की गई थी। हैकर्स ने साफ कहा है कि फिरौती मिलने पर ही डेटा लौटाया जाएगा। इस घटना ने साइबर सिक्योरिटी को लेकर एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है।